याद

दिल डूब जाए तोह क्या हो,

गर तेरी याद आये तोह क्या हो,

यूँ जले के दिल ए अंगार हो,

सुकूँ आये की तेरा दीदार हो,

कुछ कर गुजर जाएं के यलगार हो,

तेरी चाहत में आशना यूँ हुए,

मानो एक तू न हो, परवरदिगार हो।

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